Raksha Bandhan 2025:तारीख, शुभ मुहूर्त, भद्राकाल, धार्मिक कथा, पूजा विधि,
Raksha Bandhan 2025
“कलाई पर बंधी एक पतली सी डोरी… और उस डोरी में बंधे होते हैं हज़ारों वादे, बचपन की शरारतें, लड़ाई-झगड़े, और सबसे बड़ी बात – एक बहन की दुआ और एक भाई की हिम्मत।”

Raksha Bandhan 2025 सिर्फ एक त्यौहार नहीं है, बल्कि वो मौका है जब एक धागा रिश्तों से ज़्यादा गहरा बन जाता है। बहनें भाई के जीवन की लंबी उम्र और सफलता की कामना करती हैं, और भाई वचन देता है कि चाहे कुछ भी हो, वह हर हाल में उसकी रक्षा करेगा।
Raksha Bandhan2025 में ये पर्व और भी खास बन गया है क्योंकि इस बार शनि के दिन (शनिवार) पड़ने से इसका धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व और भी बढ़ गया है।
अन्य महत्वपूर्ण जानकारी के लिए, कृपया हमारी आधिकारिक वेबसाइट gyaanganga.in पर जाएं।
📅 Raksha Bandhan 2025 कब है? (Raksha Bandhan 2025 Date & Timing)
- 🗓️ तारीख: शनिवार, 9 अगस्त 2025
- 🌕 पूर्णिमा तिथि आरंभ: 8 अगस्त, दोपहर 2:12 PM से
- 🌕 पूर्णिमा तिथि समाप्त: 9 अगस्त, दोपहर 1:24 PM तक
- ⛔ भद्राकाल समाप्त: 9 अगस्त को सुबह 5:39 AM
- ✅ राखी बांधने का शुभ समय: सुबह 5:39 AM से दोपहर 1:24 PM तक
⚠️ महत्वपूर्ण: रक्षाबंधन पर राखी भद्राकाल में कभी नहीं बांधी जाती। इस दिन भद्रा सुबह तक रहेगी, इसलिए राखी बांधने का सही समय सुबह 5:39 बजे के बाद से दोपहर 1:24 बजे तक है।
📚 पौराणिक कथाएं – रक्षाबंधन का आध्यात्मिक पक्ष
🧵 1. श्रीकृष्ण-द्रौपदी: प्रेम और सुरक्षा का प्रतीक
जब श्रीकृष्ण की ऊँगली कट गई थी, तब द्रौपदी ने तुरंत अपनी साड़ी फाड़कर उनकी ऊँगली पर बांध दी। तभी श्रीकृष्ण ने वचन दिया: “जब तुम्हें मेरी जरूरत होगी, मैं अवश्य आऊंगा।” यही वचन उन्होंने चीरहरण के समय निभाया।
🧵 2. रानी कर्णावती और हुमायूं
राजस्थान की रानी कर्णावती ने मुग़ल बादशाह हुमायूं को राखी भेजी थी, और उसने एक भाई की तरह उसकी रक्षा की।
🧵 3. यम-यमुनाजी कथा
यमराज ने यमुनाजी से वादा किया कि जो बहन अपने भाई को प्रेमपूर्वक राखी बांधेगी, उसका भाई दीर्घायु और समृद्ध रहेगा।
🔬 रक्षा सूत्र का वैज्ञानिक महत्व (Scientific Angle)
- राखी बांधने से कलाई की नाड़ी पर हल्का दबाव पड़ता है जो शरीर में ऊर्जा संतुलन बनाता है।
- ये नाड़ी एक्यूप्रेशर प्वाइंट्स से जुड़ी होती है, जिससे तनाव कम होता है।
- साथ ही, मानसिक भावनाएं जब सकारात्मक होती हैं, तो मनोबल और आत्मबल भी बढ़ता है।
🧧 रक्षाबंधन की पूजा विधि (Step-by-step Guide)
🔔 आवश्यक सामग्री:
- राखी
- हल्दी, चावल (अक्षत), रोली
- मिठाई, दीपक
- नारियल, कलावा
🪔 विधि:
- सबसे पहले भाई को तिलक लगाएं।
- चावल और फूल से पूजा करें।
- राखी बांधें और मिठाई खिलाएं।
- भाई बहन को उपहार दे और उसकी सुरक्षा का वचन दे।
✅ परंपरा के अनुसार, बहन को पूर्व दिशा की ओर मुंह कर बैठना चाहिए और भाई को पश्चिम दिशा की ओर।
🎁 Raksha Bandhan 2025 में गिफ्टिंग ट्रेंड्स
- Smartwatches, Fitness Bands
- Custom Rakhi Hampers
- E-Vouchers और Digital Gifts
- Personalized Gifts (Photo Frames, Coffee Mugs)
- Sustainable Gifts (Eco-friendly Products)
🧵 रक्षाबंधन और भारतीय सेना (Rakhi for Soldiers)
हर साल लाखों बहनें भारतीय जवानों को राखी भेजती हैं। यह एक भावनात्मक संदेश होता है कि हम उनकी रक्षा के लिए भी प्रार्थना करते हैं – जो अपनी जान की परवाह किए बिना देश की रक्षा करते हैं।
💡 रक्षाबंधन से जुड़ी कुछ अनोखी बातें (Extra & Unique Info)
- नेपाल, मॉरीशस, और फिजी जैसे देशों में भी रक्षाबंधन पारंपरिक रूप से मनाया जाता है।
- कुछ राज्यों में इसे झूलन उत्सव, नारियल पूर्णिमा, या श्रावणी भी कहा जाता है।
- आजकल बहनें अपने कजिन्स, दोस्तों, यहां तक कि बहनों को भी राखी बांधती हैं – ये दर्शाता है कि सुरक्षा और प्रेम का रिश्ता लिंग और खून से ऊपर है।
Raksha Bandhan 2025 के बारे में सामान्य प्रश्न
Q1. क्या रक्षाबंधन 2025 को शनिवार को मनाया जाएगा?
🔹 हां, रक्षाबंधन 2025 शनिवार, 9 अगस्त को मनाया जाएगा।
Q2. इस बार भद्राकाल कब है?
🔸 भद्रा 8 अगस्त की शाम से 9 अगस्त की सुबह 5:39 बजे तक है।
Q3. क्या भद्राकाल में राखी बांधना वर्जित है?
🔹 हां, पूर्ण रूप से वर्जित है। शुभ समय सुबह 5:39 से दोपहर 1:24 बजे तक है।
Q4. रक्षाबंधन का वैज्ञानिक पक्ष क्या है?
🔸 यह कलाई की नसों को उत्तेजित कर शरीर में ऊर्जा संतुलन बनाता है और रिश्तों में आत्मबल बढ़ाता है।
Q5. क्या बहन को भी भाई से रक्षा की उम्मीद होनी चाहिए?
🔹 बिल्कुल! रक्षाबंधन का असली मतलब है – परस्पर प्रेम, समर्थन और सुरक्षा का वादा।
📜 निष्कर्ष (Conclusion)
Raksha Bandhan 2025 एक यादगार दिन होगा, जहां परंपरा, प्रेम और प्रगति एक साथ जुड़े नज़र आएंगे। यह दिन ना केवल एक बहन की राखी का महत्व बढ़ाएगा, बल्कि हर उस रिश्ते को सम्मान देगा जहां सुरक्षा, स्नेह और भरोसा हो।
⚠️ डिस्क्लेमर
Raksha Bandhan 2025 यह लेख पंचांग, ज्योतिषीय गणना, धार्मिक मान्यताओं और सांस्कृतिक परंपराओं पर आधारित है। स्थान विशेष के अनुसार मुहूर्त में थोड़ा अंतर हो सकता है, कृपया अपने क्षेत्रीय पंचांग से पुष्टि अवश्य करें।